कितना हल्का है इन्सान होना, सब जल जाते हैं, सब मिट जाते हैं।
ना सज़ा ना ज़ाबत, आदमी ख़ुदा की ज़िन्दगी है, एक अज़ाब ग़म है, एक फ़रियादी हक़ ग़म है।
जो कुछ बीत गया सो बीत गया, यादें मजबूरियाँ दर्द बन जाती हैं।
इश्क़ में जब ज़िन्दगी की राह में आया, तो ज़िन्दगी ने इश्क़ की राह में आया।
कुछ तो मज़ाक़ उधार में भी करो यारों, उस दिन भी आएगा जब क़्यामत का हवाला हो।
कुछ तो जिन्दगी रंगीन कर, जिन्दगी ने जो किया बर्बाद किया।
ख़ुद की आँखों की बेचैनियों को तक़दीर क्या जाने, हमने तो रो रो कर चाँद को पानी में बहाया है।
ना मैं मैं करता हूँ, ना मैं किसी का हूँ, फ़िर भी रोज़ लोग मुझे आज़माने आते हैं।
जिस्म जिन्दगी से बड़ा, दिल भी ज़रा सा है, आप निकलकर देखिए, यहाँ कोई हमारा भी है।
दुनिया की भीड़ में मैं तन्हा रहता हूँ, दर्द ओ ग़़म में भी मैं हंसता हुआ नज़र आता हूँ।
मैं अकेला ही चला था जानिब-ए-मंजिल मगर, लोग साथ आते गए और कारवाँ बनता गया।
मुझे साथ ले चल जिन्दगी, तेरे पहलू में बिखर जाऊं, मैं बाहों में तेरी सिमट कर, अपनी जिन्दगी सवर जाऊं।
तेरी मोहब्बत की मेरी रूह को तलाश है, तू है इस दिल की आवाज़, तू ही ज़िंदगी की ख़बर।
तेरी यादों के सहारे जिन्दगी जीता हूँ, तेरे ख्वाबों को सच मानकर रातों को सोता हूँ।
अपनी जिन्दगी को सजाने के लिए तुझसे मोहब्बत है, तेरी आँखों की दीप्ति में ख़ुद को भी देखता हूँ।
जिन्दगी की राहों में खुद को गुमान नहीं, तेरे प्यार में खोकर अपने को पहचानता हूँ।
तेरे इश्क़ में जीना है, तेरे इश्क़ में मरना है, तेरे इश्क़ के गीतों में खोकर अपने को पहचानना है।
तेरे प्यार में बिताया हर पल यादें देता है, तेरे ख्वाबों में जीने का अहसास दिलाता है।
तेरे ख्वाबों में खोता हूँ, तेरे इश्क़ में जीता हूँ, मैं हर लम्हे को तुझसे जुदा करके तुझे पाने की कोशिश में रहता हूँ।
तेरे प्यार की मोहब्बत में बसा हूँ, तेरे दिल की धडकन में बसा हूँ, मेरे प्यार का आलम है तू, तू ही मेरा ख्वाब है, तू ही मेरी धडकन है।
मैंने कभी भी अपने दिल से चाहा नहीं तुझको, पर तू ही मेरी मौजूदगी का सबब है।
इश्क़ की राह में माँगी जान की तरह मौत, मगर जिन्दगी मिली वो भी किसी की तरह मौत।
वक़्त के साथ खुशियाँ आती नहीं, छलकती हैं, दुख के बिना ये ज़िंदगी की नींद आती नहीं।
हम वो आवाज़ हैं जो वक़्त से बदल जाते हैं, तुम्हें हम अच्छे नहीं लगते, मगर तुम्हारे सिलसिले अच्छे होते हैं।
जिन्दगी और मौत की मोहब्बत आज भी अदूर है, बस जिन्दगी ने मोहब्बत का अहसास अदूर कर दिया है।
वो ज़िन्दगी भी क्या ज़िन्दगी है, जिसमें आप नहीं, और वो मौत भी क्या मौत है, जिसमें हम नहीं।
जिन्दगी एक खेल है, और हम उसमें हार गए, जब दिल टूटता है, तो आँखों से आँसू निकल आते हैं।
कभी आईना बन कर देखा है, तो जाने आईने ने क्या देखा होगा, बस तुझको देखने के बाद ही तो वो आईना मुस्कराया होगा।
तेरी आँखों में मेरी आँखों का क़स्बा है, तेरी आवाज़ में मेरी आवाज़ की ज़ुबां है।
तेरे इश्क़ में जो तोड़ दिया जितने ख़्वाब थे, अब उन सब की ख़्वाहिशें अब तक बाकी हैं।